Hello Himalaya
रविवार, 10 नवंबर 2013
केदारनाथ, यानी मुहावरा मौत का, दर्द का....अफसोस का
›
लक्ष्मी प्रसाद पंत केदारनाथ त्रासदी को छह महीने होने को हैं । कुछ बेचैन सवाल हैं जिनका जवाब अभी तक प्रभावित परिवारों को नहीं मिला है । एक ...
6 टिप्पणियां:
रविवार, 19 अगस्त 2012
ना वो सब मद्रासी हैं, ना हम सब चिंकी'
›
पूर्वोत्तर भारत इन दिनों सुर्ख़ियों में ज़रूर है लेकिन इसके बावजूद भारत के अन्य राज्यों में इस क्षेत्र के बारे में न तो अधिक जानकारी है और...
सोमवार, 26 सितंबर 2011
ममता से हारी मौत
›
ये है केन्या का मसाई मारा रिजर्व पार्क। इतना दुर्गम जंगल कि यहां हर कदम पर मौत के साथ जिंदगी की जंग लडऩी पड़ती है। चाहे फिर जंगल का ...
बाघिन को पकड़ा, दांत तोड़े, फिर आंखें फोड़कर शव का जुलूस निकाला
›
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़). बखरूटोला गांव में शनिवार दोपहर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने एक बाघिन को पत्थर और लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला। घटन...
गुरुवार, 15 सितंबर 2011
रूबी आंटी और उनका तोता
›
रस्किन बॉन्ड तुम नाकारा हो। न तो तुम बोलते हो, न गाते हो और न नाचते हो!’ इन शब्दों के साथ रूबी आंटी रोज अपने अभागे तोते को कोसतीं और व...
1 टिप्पणी:
पहाड़ों की मेहमाननवाजी
›
रस्किन बॉन्ड नींद खुली तो फैक्टरी के सायरन सरीखी वह दूरस्थ गूंज सुनाई दी, लेकिन वह वास्तव में मेरे सिरहाने मौजूद नींबू के दरख्त पर...
रविवार, 11 सितंबर 2011
कुदरत की नायाब इंजीनियरिंग
›
ये है मेघालय का चेरापूंजी। दुनिया में सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों मे से एक। यहां कुदरत पानी बनकर रास्ता रोकती भी है तो खुद ही पुल ...
4 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें